किसी को ये सोचकर साथ मत छोड़ना

किसी को ये सोचकर साथ मत छोड़ना
की उसके पास कुछ नहीं तुम्हे देने के लिए
बस ये सोचकर साथ निभाने की
उसके पास कुछ नहीं है तुम्हारे सिवा खोने के लिए

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यह ज़रूरी नही हर सक्ष्स मशीहा ही हो,